ये लेख श्री आदित्य प्रकाश सिंह के सौजन्य से http://www.hindimidia.in/ से लिए गए हैं ।
शिवानी सूद
अमरीका में रह रही भारतीय मूल की 10वीं की छात्रा शिवानी सूद ने कैंसर पर किए गए प्रोजेक्ट के लिए अमेरिका के प्रतिष्ठित इंटेल विज्ञान प्रतिभा खोज प्रतियोगिता को जीतकर प्रथम स्थान प्राप्त किया है। इस पुरस्कार को 'जूनियर नोबल' पुरस्कार से जाना जाता है। शिवानी सूद को इंटेल टैलेंट सर्च की ओर से 1 लाख डॉलर की यानि लगभग 50 लाख रुपये दूसरे स्थान पर रहे ग्राहम वैन को 75 हजार डॉलर और तीसरे स्थान पर रहे ब्रायन को 50 हजार डॉलर की राशि छात्रवृत्ति के रूप में दी जाएगी। इस प्रतियोगिता जीतने के बाद शिवानी को अमरीका के राष्ट्रपति बुश से मिलने का भी मौका मिला।शिवानी को 2006 में डेविडसन इंस्टीट्यूट ऑफ टेलैंट डेवलपमेंट की तरफ से 50 हजार डालर की छात्रवृत्ति भी मिली थी। अमरीका में रह रहे भारतीय ईश और अनु सूद की बेटी शिवानी चार्ल्स ई. जार्डन हाई स्कूल की छात्रा हैं। वह पढ़ने के साथ ही भारतीय शास्त्रीय नृत्य भी सीख रही है। शोध में अपना करियर बनाने की इच्छुक शिवानी हावर्ड से एम डी या पीएचडी करना चाहती हैं।
शिवानी सूद
अमरीका में रह रही भारतीय मूल की 10वीं की छात्रा शिवानी सूद ने कैंसर पर किए गए प्रोजेक्ट के लिए अमेरिका के प्रतिष्ठित इंटेल विज्ञान प्रतिभा खोज प्रतियोगिता को जीतकर प्रथम स्थान प्राप्त किया है। इस पुरस्कार को 'जूनियर नोबल' पुरस्कार से जाना जाता है। शिवानी सूद को इंटेल टैलेंट सर्च की ओर से 1 लाख डॉलर की यानि लगभग 50 लाख रुपये दूसरे स्थान पर रहे ग्राहम वैन को 75 हजार डॉलर और तीसरे स्थान पर रहे ब्रायन को 50 हजार डॉलर की राशि छात्रवृत्ति के रूप में दी जाएगी। इस प्रतियोगिता जीतने के बाद शिवानी को अमरीका के राष्ट्रपति बुश से मिलने का भी मौका मिला।शिवानी को 2006 में डेविडसन इंस्टीट्यूट ऑफ टेलैंट डेवलपमेंट की तरफ से 50 हजार डालर की छात्रवृत्ति भी मिली थी। अमरीका में रह रहे भारतीय ईश और अनु सूद की बेटी शिवानी चार्ल्स ई. जार्डन हाई स्कूल की छात्रा हैं। वह पढ़ने के साथ ही भारतीय शास्त्रीय नृत्य भी सीख रही है। शोध में अपना करियर बनाने की इच्छुक शिवानी हावर्ड से एम डी या पीएचडी करना चाहती हैं।