शिशिर, कक्षा 8
अगर पेड़ न होते,
तो जीवन न होता ।
अगर पेड़ न होते,
तो पर्यावरण न होता ।
अनोखी पृथ्वी की शान हैं पेड़,
जीने का वरदान है पेड़ ।
इसलिए तो कवियों ने कहा है –
वृक्ष धरा के भूषण हैं,
करते दूर प्रदूषण है ।
पेड़ बिना न होती हवा ,
न होता खाना–पीना ,
भूखे ही हम मर जाते,
ऐसा जीना क्या जीना ।
पेड़ पर रहते हैं सब पंछी,
पृथ्वी की शोभा जो बढ़ाए ।
पेड़ के बिना ये भला कहॉ,
अपना आशियाना बनाएँ ।
पेड़ है तो जीवन है,
इसलिए खूब पेड़ लगाएँ ।
धरती हरी–भरी दिखे,
पृथ्वी को स्वर्ग बनाएँ ।
जीवन को सफल बनाना है,
तो पेड़ जरूर लगाना है ।
आसमान में जितने तारें,
उतने होगे पेड़ हमारे ।
‘वृक्ष धरा का गहना है’,
बस यही हमारा कहना है ।
केन्द्रीय विद्यालय ओ ई एफ हजरतपुर, फिरोजाबाद ।
अगर पेड़ न होते,
तो जीवन न होता ।
अगर पेड़ न होते,
तो पर्यावरण न होता ।
अनोखी पृथ्वी की शान हैं पेड़,
जीने का वरदान है पेड़ ।
इसलिए तो कवियों ने कहा है –
वृक्ष धरा के भूषण हैं,
करते दूर प्रदूषण है ।
पेड़ बिना न होती हवा ,
न होता खाना–पीना ,
भूखे ही हम मर जाते,
ऐसा जीना क्या जीना ।
पेड़ पर रहते हैं सब पंछी,
पृथ्वी की शोभा जो बढ़ाए ।
पेड़ के बिना ये भला कहॉ,
अपना आशियाना बनाएँ ।
पेड़ है तो जीवन है,
इसलिए खूब पेड़ लगाएँ ।
धरती हरी–भरी दिखे,
पृथ्वी को स्वर्ग बनाएँ ।
जीवन को सफल बनाना है,
तो पेड़ जरूर लगाना है ।
आसमान में जितने तारें,
उतने होगे पेड़ हमारे ।
‘वृक्ष धरा का गहना है’,
बस यही हमारा कहना है ।
केन्द्रीय विद्यालय ओ ई एफ हजरतपुर, फिरोजाबाद ।