–नवीन चतुर्वेदी
सुबह हो गई,
कोहरे की चादर फिर भी छाई है।
चुनमुन ने
सोते रहने की कसम उठाई है।
अब जब सूरज
उठा रहा है कोहरे की चादर
तब चुनमुन की दादी
उसे उठाने आईं है।
उपनिषद का उद्देश्य विद्यार्थियों के हित में काम करना ,उन्हें नई दिशा देना ,उनकी समस्याओं का समाधान करना एवं उन्हें समाज का एक जिम्मेदार व्यक्ति बनाना है । रामेश्वर काम्बोज ,प्राचार्य