Monday, July 2, 2007

कम लागत, बिना लागत ,शिक्षण–सहायक सामग्री


* कम लागत, बिना लागत ,शिक्षण–सहायक सामग्री
* मेरी ऐन दास गुप्ता , अनुवादक : अरविन्द गुप्ता
नेशनल बुक ट्र्स्ट इण्डिया मूल्य : रू0 35/– पृष्ठ संख्या 82

* श्रीमती गुर प्यारी खन्ना


प्राथमिक–शिक्षिका के 0 वि0 हजरतपुर,फिरोजाबाद।

प्रस्तुत पुस्तक शिक्षा मे आए नए क्रान्तिकारी परिवर्तनों के लिए मेरी ऐन दास गुप्ता का शिक्षण के क्षेत्र से जुड़े व्यक्तियों के लिए सफल प्रयास है । जैसा कि सर्वविदित है कि आज शिक्षण–पद्धति, रटन–पद्धति से दूर क्रिया–कलापों द्वारा ज्ञान देने पर आधारित है ।

यह पुस्तक प्राथमिक विभाग के नन्हें–मुन्नों के मानसिक–स्तर व उनके स्वभाव को ध्यान मे रखकर लिखी गई है । एक शिक्षक इस पुस्तक के क्रमबद्ध निदे‍र्शों, स्पष्ट चित्रों के माध्यम से घर मे बेकार व दैनिक उपयोग की चीजों के माध्यम से कम लागत तथा बिना किसी लागत के सहायक –शिक्षण–सामग्री बनाकर अपने शिक्षण को रुचिकर व उपयोगी बना सकता है । सभी शिक्षण–सामगी सोच और खोज की प्रवृत्ति को प्रोत्साहित करती हैं। जैसे :– सोडा बोतलों के ढक्कनों से गिनती की माला, शब्दकोश के विकास के लिए माचिस की डिब्बियों से प्रदर्शनी का निर्माण,आँख व हाथ के समन्वय के लिए चिमटियों को डिब्बें मे गिराना, सामाजिक– ज्ञान, कहानी– कथन व अभिनय के लिए मौजों व माचिस द्वारा कठपुतली व जानवरों का निर्माण करना ।

इस प्रकार 48 सहायक शिक्षण–सामग्री को लेखिका ने चार समूहों मे बॉटा है :–
1: बुनियादी गणित 2: शब्दकोश का निर्माण 3: आँख और हाथ का समन्वय 4:सामाजिक–ज्ञान, अभिनय और खेल । ये चारों समूह बच्चों के बौद्धिक विकास, सामाजिक, भावात्मक तथा सृजनात्मक विकास मे पूर्ण सहायक होगें, क्योंकि मानव का स्वभाव होता है कि वह जो कुछ सुनता और देखता है, समय के साथ विस्मृत होने लगता है । परन्तु स्वयं किया गया कार्य हमेशा स्मरण–शक्ति मे विद्यमान रहता है । यह पुस्तक ‘ करके सीखना ’
Learning by doing ) के नियम पर आधारित है । मेरे मतानुसार प्रत्येक प्राथमिक शिक्षक को यह पुस्तक अवश्य पढ़नी चाहिए ।


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