Monday, August 27, 2007

चिन्तन

१-हमे जो मिला है;
हमारे भाग्य से ज्यादा मिला है
यदि आप के पाँव में जूते नही है;
तो अफसोस मत कीजिये
दुनिया में कई लोगोँ के पास
तो पाँव ही नहीं है।

२-चापलूस चोर होता है। वह बेवकूफ बना कर
तुम्हारा समय भी चुराता है और बुद्धि भी
- चाणक्य
3-जो लोगों की छोटी- छोटी गल्तियों को भुला नहीं
सकता वह दरिद्र आत्मा है।

4-माचिस की तीली का
सिर होता है,
पर दिमाग नहीँ,
इसलिये वह थोड़े घर्षण से
जल उठती है
हमारे पास सिर भी है और दिमाग भी।
फिर भी हम छोटी- सी बात पर
उत्तेजित क्यों हो जाते हैं।
5-मान सदा औरों को देने के लिये होता है;
औरों से लेने के लिये नहीं ।