1-ग़लती कर देना
मामूली बात है
पर उसे स्वीकार कर लेना
बड़ी बात है।
मामूली बात है
पर उसे स्वीकार कर लेना
बड़ी बात है।
२-जो दुःख आने से पहले ही
दुःख मानता है;
वह आवश्यकता से ज्यादा
दुःख उठाता है।
३-आप के पास किसी की
निंदा करने वाला,
किसी के पास तुम्हारी
निंदा करने वाला होगा।
दुःख मानता है;
वह आवश्यकता से ज्यादा
दुःख उठाता है।
३-आप के पास किसी की
निंदा करने वाला,
किसी के पास तुम्हारी
निंदा करने वाला होगा।
४-शर्म की अमीरी से
इज्जत की गरीबी
अच्छी है।
इज्जत की गरीबी
अच्छी है।